
एक किलो भिंडी (25 – 30) ₹ के लिए आप कितना भुगतान करेंगे लेकिन इन दिनों भोपाल में भिंडी की कीमत 800 रुपये है और लोग इसे खरीद भी रहे हैं। Bhopal की हुजूर तहसील के खजूरी कलां के किसान Mishrilal Rajput द्वारा उगाई गई लेडीफिंगर की कीमत बाजार में 800 रुपये प्रति किलो है।
इस महिला की उंगली को न केवल 800 रुपये किलो में बेचा जा रहा है, बल्कि इसकी कुछ अपनी विशेषताएं भी हैं, जिसके कारण इस महिला की उंगली इतनी महंगी (Farmer Grow Red Okra) बेची गई है।

मरीजों के लिए कई मायनों में फायदेमंद है लाल भिंडी
आमतौर पर जो भिंडी हम बाजार से खरीदते हैं वो हरे रंग की होती है लेकिन इस भिंडी का रंग बिल्कुल अलग है, लाल रंग की ये भिंडी (Nutrients from red ladyfinger) ज्यादा पौष्टिक होती है। जिन लोगों को दिल की बीमारी (Heart Patient) या ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) की शिकायत रहती है, उनके लिए ये भिंडी काफी फायदेमंद है।
इसके अलावा जिन लोगों को शुगर या हाई कोलेस्ट्रॉल की दिक्कत है, उनके लिए भी लाल भिंडी बड़े काम की है। इसमें एंथोसाइनिन नाम का एक खास तत्व होता है, जो गर्भवती महिलाओं, चमकदार स्किन और बच्चों के मानसिक विकास के लिए उपयोगी है।

लाल भिंडी क्यों मिलती है महंगी?
भिंडी की खेती (Red Okra Farming) के बारे राजपूत बताते हैं कि वह वाराणसी (Varanasi) के एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट (Agricultural Research Institute) से एक किलो बीज खरीद कर लाए थे, जिसकी जुलाई के पहले हफ्ते में बोवनी किये थे, बोवनी के 40 दिन बाद ही भिंडी उगने लगी। भिंडी की खेती में कोई भी हानिकारण कीटनाशक का उपयोग नहीं किए गए।

लाल लेडीफिंगर की पैदावार लगभग 40-50 क्विंटल और अधिकतम 70-80 क्विंटल एक एकड़ में हो सकती है। लाल लेडीफिंगर सामान्य लेडीफिंगर की तुलना में 7-8 गुना अधिक महंगा बेचा जाता है। रेड लेडीफिंगर की कीमत कुछ मॉल्स में 500 ग्राम रेड लेडीफिंगर की कीमत 300 से 400 रुपये तक होती है।